Wednesday, August 26, 2009
अटल पितामह
महाभारत के भीस्म पितामह की तरह भाजपा में अटल बिहारी वाजपेई की है। जहाँ वे संघी होने की कीमत चुकाते रहे वह्नी राष्ट्रिय धर्म निबाहते रहे । ऐ दुविधा में वे कई बार राष्ट्रिय हितों के साथ न्याय नही कर पाए। अय्से आरोप उन पर लगते रहे । प्रधान मंत्री के तौर पर जो भूल की। उसका खामयाजा अब भाजपा में उनके करीबी नेताओं को भुगतना पड़ रहा है। जसवंत सिह और अरुण शौरी के मामले में हुआ।
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